मंगल पांडेय : वीर सेनानी
मंगल पांडेय : वीर सेनानी
तीखी तेज़ शमशीर था वो
एक अनोखा वीर था वो!!
पांडे की मंगल गाथा गाउँ
अंग्रेज़ो के गले की जंजीर था वो!!
सुदिष्ट जानकी जी के संतान थे
मंगल पांडेय महान थे!!
हिंसक-अहिंसक दोनों थे वो
भारत देश की शान थे!
बलिया में जन्म पाया था
क्रांति का बिगुल बजाया था
कारतूस को तोड़ फेंककर
खुला विरोध जताया था!!
एंफील्ड बन्दूक लाये थे गौरे
चर्बी का कारतूस कवच बनाते थे
खाते थे इसी देश का खाना
कुछ गद्दार मंगल को गलत बताते थे!!
केसरिया सरकार है
देश पर सबका अधिकार है
महान विभूतियों के इस देश में
कुछ लोग बड़े गद्दार है!!
जनरल जॉन हेएरस
े ने
मंगल को कट्टर बताया था,
ईश्वर प्रसाद नाम के जमींदार ने
अंग्रेज़ो का ये फैसला ठुकराया था!!
सिपाही शेख पलटू पलटे
बाकी रेजिमेंट का साथ था
भारत को आज़ाद कराने में
मंगल पांडेय का बड़ा हाथ था!!
चिंगारी जो मंगल ने लगाई
अंग्रेज़ो से वो बुझी नहीं
हज़ारो कानून थोपे जनता पर
और कोई तरकीब उन्हें सूझी नहीं!!
देश की शान था मंगल
देश का असली इतिहास था मंगल
अंग्रेज़ो के मुंह पर जुत्ता मारा
ऐसा असली फौलाद था मंगल!!
"हेमंत" की नज़रो में इज्जत
देश के लिए प्यार है!!
मंगल पांडेय ने भी दिलाई आज़ादी
ये मेरा विचार है!!