मन के समंदर में
मन के समंदर में
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मन के समंदर में गोते लगाते
अनगिनत ख्याल हैं शोर मचाते
कभी मायूसी तो कभी मुस्कराहट
कभी तन्हाई मे भी साथ हैं लाते।
छू जाते है कभी दिल को
कभी चुभ जाते है बिना आहट।
प्यार कभी तो कभी दर्द जगाते
अनगिनत ख़याल हैं शोर मचाते-
मन के समंदर में गोते लगाते...