मित्रता
मित्रता
ये रिश्ता ही कुछ ऐसा है
इस रिश्ते का कोई मोल नहीं।
ना हीरो से ना सोनो से
इस रिश्ते का कोई टोल नहीं।
अनजाने थे हम कुछ पल पहले
एक दूजे का यूँ साथ मिला।
जुड़ गए हम एक दूजे यूँ,
एक प्यारा सा एहसास मिला।
हम एक दूजे से दूर सही
लेकिन एक दूजे के पास है।
दिखने में है हम अलग अलग
लेकिन एक दूजे के खास है।
तुम सबके साथ बिताये पल
मुझे अब भी बहुत याद आते है।
मेरे इस मायूस से चेहरे पे
एक प्यारी हँसी बिखेर जाते है।
मेरे लफ्ज़ भी कम पड़ जाते है
जब लिखता हूँ इस रिश्ते पे।
ये रिश्ता ही कुछ ऐसा है,
इस रिश्ते का कोई मोल नहीं...!