" मिलोगे कभी तो बताना ही होगा "
" मिलोगे कभी तो बताना ही होगा "
मेरा आशियाना तेरा दिल भी होगा,
मुझे एक नजर से बुलाना तो होगा ।
मेरी जिंदगी से तुम्हें प्यार कितना ,
मिलोगे कभी तो बताना ही होगा ।।
भवरां सा जीवन मैं ना गुजारूं
प्यारी जिन्दगानी तुझपे न वारूं
चाहते मुझे हो या शौहरत हमारी
मिलोगे कभी तो बताना ही होगा
चांदनी थी चांद की तू जीवनी थी मेरी
अपनों को खोया यादों में तेरी
हम ही तुम्हारे या तुम भी हमारे
मिलोगे कभी तो बताना ही होगा
गए ख्बाव मेरे दिल में जो पाले
करता मैं जीवन तेरे हवाले
ख़ता क्या है मेरी जो नाराज तुम हो
मिलोगे कभी तो बताना ही होगा
उल्फ़त थी तुमसे जु़दा अब करेंगे
मुक़म्मल हुआ मन विदा अब करेंगे
शराफ़त से जी लेता नशा क्यूं लगाया
मिलोगे कभी तो बताना ही होगा।

