मेरी माँ
मेरी माँ
मैंने राजमहल में तो जन्म नहीं लिया ,
हाँ पर मैं हूँ राजकुमारी
माँ की ..
अभावों की जिंदगी थी ,
पर माँ पानी भी देती हाथ में
सोलह की हो चुकी थी ,
मेरे उम्र की लड़कियाँ सारा काम जानती थी घर का
मेरे तो बाल भी माँ बनाती थी
अब मैं कुछ करने बाहर जाना चाहती थी
पापा ने मना किया, पर माँ साथ रही
मैंने माँ को बहुत कम रोते देखा है ,
पर जानती हूँ, टूटती तो वो भी है।
बहुत हिम्मत वाली होती है माएं ,
सारा दर्द झेल कर, मुस्कुराते हुए, आँचल में छुपा लेती है
खुद के आँसू छुपा के, बच्चों के आँसू पोंछ लेती हैं
खुद के इनके कोई सपने ही नहीं होते ,
सारा जीवन बच्चों की ख्वाहिश पूरी करने में लगी रहती है
माँ आप अनमोल हो, जिनकी मैं कई बार कीमत भूल जाती हूँ
पर माँ तो माँ है, हमेशा मेरे साथ है ।