हा मैने शादी नहीं की।
हा मैने शादी नहीं की।
क्यों इतना जरूरी है ,
मांग में सिंदूर का और गले मे मंगलसूत्र का होना
नफ़रत सी होती है,अब इस सवाल से
हर तरफ यही सवाल के शादी कब करोगी?
भागने लगी हूँ मैं रिश्तेदारो से और समाज से
सोचा था सहेलियां तो समझेंगी
जो जानती है मुझे तब से
जब हमारी शादी की उम्र भी नहीं थी
जो जानती हैं , मेरा परिवार है शादी से पहले
जो समझती थी, मेरी तकलीफ़
पर लगता है , समाज के नियमो ने उनकी भी सोच बदल दी
अब नही मिलना चाहती मैं ,अपनी सखियों से भी
क्यों जरूरी है पच्चीस तीस तक शादी कर ली जाए
शादी तो बाद में भी कर सकते है
जब मैं तैयार रहूं अपनी जिमेदारी निभा कर
या हो सकता है ना भी करूँ
अगर मैं खुश हूँ अकेले
तो क्या जरूरी है किसी का साथ होना
अगर मैं खुश हूँ
अपने माता पिता के साथ
तो क्या जरूरी है पति का होना?