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Gurudeen Verma

Abstract

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Gurudeen Verma

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मेरी खुशी वह लौटा दो मुझको

मेरी खुशी वह लौटा दो मुझको

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मुझे याद आती है बीती वो बातें, मेरी खुशी वह लौटा दो मुझको।

मुझसे जुदा क्यों अब हो गई है, सच्चाई अब यह बता दो मुझको।।

मुझे याद आती है बीती वो--------------------।।


कैसे भूला दूँ वह मिलना हमारा, करीब बैठकर हंसना और हंसाना।

किसी बात पर वह रूठना तुम्हारा, और बाद में खुद ही मान जाना।।

कभी मेरी बाँहों में महकी थी तू भी, फिर से बहार वो लौटा दो मुझको।

मुझे याद आती है बीती वो------------------।।


वफ़ा तुमसे कब निभाई नहीं थी, खुशी कब तुमको नहीं दी मैंने।

देखा था यह तो तुमने भी कल, कितना बहाया था लहू कल मैंने।।

विश्वास फिर भी क्यों मुझपे किया नहीं, इसकी वजह बता दो मुझको।

मुझे याद आती है बीती वो------------------।।


तोड़ दिया है तुमने विश्वास सारा, अरमान मेरे सारे जला दिये तुमने।

इल्जाम बदले में लगा दिया मुझपे, जबकि गुनाह कम किये नहीं तुमने।।

मिलेगी सजा वरना तुमको भी ऐसी, वह ख्वाब मेरे लौटा दो मुझको।

मुझे याद आती है बीती वो-------------------।।


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