मौत
मौत
खटखटाती नहीं दरवाज़ा
देती नहीं आवाज़
मौत हाय ! तू क्यों आती है
डर, तनाव और अकेलापन छोड़ जाती है
मौत हाय ! तू क्यों आती है
दबे पांव आती है
खामोशियाँ पसर जाती है
और फैल जाता है एक अकेला शून्य
मौत हाय ! तू क्यों आती है।
खटखटाती नहीं दरवाज़ा
देती नहीं आवाज़
मौत हाय ! तू क्यों आती है
डर, तनाव और अकेलापन छोड़ जाती है
मौत हाय ! तू क्यों आती है
दबे पांव आती है
खामोशियाँ पसर जाती है
और फैल जाता है एक अकेला शून्य
मौत हाय ! तू क्यों आती है।