STORYMIRROR

Dr. Akansha Rupa chachra

Abstract

3  

Dr. Akansha Rupa chachra

Abstract

लम्हे प्यार के

लम्हे प्यार के

1 min
173

देखकर आप हमको, न नजरे झुकाईगा

बाते न कर सको, मुस्कुराना ।।

हम तुम्हारे हैं जी, पास तो आइए

या कहो क्या ख़ता, भूल हमसे हुई

कुछ तो बतलाइए, कभी मिलो हमें..

दुआ करो कि सब अच्छा हो,

खैरियत हमारी पूछ लीजिए

बिन आपके धड़कनों को चलने गवारा नहीं

तुम हर रोज अपनी तरफ से,

यादों को झोंका भिजवाएगा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract