कोरोना योद्धा को समर्पित
कोरोना योद्धा को समर्पित
न मंदिर में बसा है राम, न मस्जिद में बसा रहीम,
लग गये हैं ताले सभी जगह, निकल पडे हैं सारे ।
सफेद लिबास मे पृथ्वी पर,घुम रहे है ये फरिश्ते सारे,
गली गली चौराहे पर हॉस्पिटल में,दर्शन दे रहे हैं सारे ।
ईश्वर कहो या अल्लाह वह बन गये हैं आज हमारे,
आसमान के तारे, बिखर गए हैं धरती पर ये सारे ।
न झुकते हैं, न झुकने देंगे, जान की बाजी लगा कर,
महामारी के इस युद्ध में,मौत का सामना कर रहे सारे ।
"मृदुल मन" से, चलो करे हम सब प्रार्थना प्रभु से,
कृष्ण की तरह सारथी बनकर, बसा रहे तू जिसमें ।
त्रेतायुग में जिताया था महाभारत,मार के कौरव सारे,
कलयुग में ये युद्ध जीता दे,टीका से मार दे विषाणु सारे ।
