कोरोना से लड़ने की आशा
कोरोना से लड़ने की आशा


बात इतनी सी नहीं है जो
यहीं ख़त्म हो जाएगी,
लड़ाई लम्बी है
और दूर तक जाएगी
मिटने लगी हैं वो सारी रेखाएँ
उन उपलब्धियों की,
जो खींची थी हमने
कई सदियों में
गिरने लगी यूँ शानो शौक़त की दीवारें
इक छोटे से ही धक्के से,
स
िमटी हुई हैं ज़िंदगी
यूँ कुछ दिवारों में,
झांकती हैं बाहर
आशाओं के झरोखों से
ये आहट ही थी उन कदमों की
जो आगे बढ़े हैं,
समेटने इस दुनिया को
इन कदमों से
लड़ेंगे
रोकेंगे
और जीतेंगे हम
जो होंगे साथ दूर दूर होके ...