कलाम,और कमाल
कलाम,और कमाल
कलयुग के रामायण का राम चले गए
मेरे देश के कलाम चले गए
जो देते थे एकता का पैगाम वो कलाम चले गए
जिनसे हुए दुश्मनों की नींद हराम वो वह कलाम चले गए
जिसने दिया देश को परमाणु सलाम वो कलाम चले गए
कैसे बया करु वतन का सबसे बारा हमनाम चले गए
मेरे देश के कलाम चले गए
''वे कलाम नहीं कमाल थे
मिसाइल्मन वो बेमिसाल थे
उनकी खूबिया करती रही पथ प्रदर्शन
वे भारत के ढाल थे
वो कलाम नही कमाल थे. ''