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SNEHA NALAWADE

Abstract

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SNEHA NALAWADE

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किताबें

किताबें

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क्या आपने कभी कोई पुस्तक पढ़ी है ?

क्या पुस्तक पढ़कर कभी अच्छी लगी है ?


क्या कभी पढ़कर मन शांत हुआ है ?

क्या कभी पढ़कर विचार करने पर मजबूर हुए हैं ?


वैसे तो मैंने कोई किताब नहीं पढ़ी

पर फिर भी सुना है की पुस्तक पढ़ना चाहिए।


कहते हैं की पढ़ने के बाद विचार करने की

क्षमता बढ़ती है

खुद में ही विकसित देखने लगते हो।


जहां पर पुस्तक पढ़ी जाती है

वहां पर वातावरण और बाकी चीजों में

बदलाव देख सकते हैं।


हमेशा देखने का नजरिया बदल जाता है

दुनिया अलग तरीके से देखने लगती हैं।


किताबें और हमें एक साथ रहना चाहिए।


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