Prashant Bebaar
Inspirational
किफ़ायत का ज़माना है सलीके से इश्क़ कीजिए
जो दिल में क़ैद है सफ़ीना उसे क़ैद ही रहने दीजिए!
लोग बैठे हैं ...
हौसला
फूल दिल तक़दी...
प्यास हूँ सहर...
कार के शीशे म...
ऐसे भी ग़म होत...
कोई तदबीर हो ...
जागी पलकों पे...
मीलों की दूरी...
आँखों में जो ...
छोटा सा घोंसला तुम बनाओ हिम्मत का हौसला तुम दिखाओ छोटा सा घोंसला तुम बनाओ हिम्मत का हौसला तुम दिखाओ
अनायास ही आशाओं का... सूर्य अस्त हो जाए जब ! अनायास ही आशाओं का... सूर्य अस्त हो जाए जब !
मैं देखना चाहता एक बार मरने से पहले हँसता खेलता स्वर्ग । मैं देखना चाहता एक बार मरने से पहले हँसता खेलता स्वर्ग ।
रात निज आँगन में, खाट डालें सोते सब, उर नहीं भय कोई, सुने कहानी हैं। रात निज आँगन में, खाट डालें सोते सब, उर नहीं भय कोई, सुने कहानी हैं।
पेड़ पर चढ़ना नहीं पड़ता, अपने आप फूल आयें पास। पेड़ पर चढ़ना नहीं पड़ता, अपने आप फूल आयें पास।
लेकिन हम इंसानों में नहीं है. इसमें अच्छी दृष्टि, दिन-ब-दिन विनाश की गोद में समा रही। लेकिन हम इंसानों में नहीं है. इसमें अच्छी दृष्टि, दिन-ब-दिन विनाश की गोद में स...
संसार जड़ है, यह खुद कुछ नहीं करता। तुम्हारा मन है, जो सुख दुःख देता है। संसार जड़ है, यह खुद कुछ नहीं करता। तुम्हारा मन है, जो सुख दुःख देता ह...
रंग बिखेरते फूल जग को सुख देते चहुंओर। रंग बिखेरते फूल जग को सुख देते चहुंओर।
किस से कहें हाल-ए-दिल सब खुदगर्जी में नहाए बैठे हैं। किस से कहें हाल-ए-दिल सब खुदगर्जी में नहाए बैठे हैं।
समयबद्ध प्रयास करना है पूर्णता ओर। समयबद्ध प्रयास करना है पूर्णता ओर।
खुशी से फूला नहीं समा रहा हूँ, तुम्हें दुआएँ अब भी दे रहा हूँ। खुशी से फूला नहीं समा रहा हूँ, तुम्हें दुआएँ अब भी दे रहा हूँ।
ज़िन्दगी आग का दरिया है, इससे गुजरना भी जरूरी है। ज़िन्दगी आग का दरिया है, इससे गुजरना भी जरूरी है।
मन की शुद्धता रूप स्वाभाविक ना की लादी हुई शास्त्रों में वर्णित। मन की शुद्धता रूप स्वाभाविक ना की लादी हुई शास्त्रों में वर्णित।
दिन भर जब तू बहायेगा पसीना मेहनत का तब कहीं जा के तुझे सुकून भरी रात मिलेगी। दिन भर जब तू बहायेगा पसीना मेहनत का तब कहीं जा के तुझे सुकून भरी रात मिलेगी।
माना है तुमको मानूंगा हरदम मर के भी बापू को नहीं भूलूं जन्म जन्म। माना है तुमको मानूंगा हरदम मर के भी बापू को नहीं भूलूं जन्म जन्म।
जीवन की अभिलाषाओं का भला अंत कभी हुआ है?नहीं न जीवन की अभिलाषाओं का भला अंत कभी हुआ है?नहीं न
जिंदगी वो तोहफा जिसे हमें उम्र भर संजोएं रखना है ये ना मिलता दुबारा है। जिंदगी वो तोहफा जिसे हमें उम्र भर संजोएं रखना है ये ना मिलता दुबारा है।
जिंदगी वो तोहफा जो उस खुदा ने हमको दिया है। जिंदगी वो तोहफा जो उस खुदा ने हमको दिया है।
सुख की चाह किए बिना पति के साथ वन प्रस्थान किया सुख की चाह किए बिना पति के साथ वन प्रस्थान किया
मुझे बखूबी पहचान, तेरा ही तो अक्स हूँ यह कहती है मुझे मेरी डायरी। मुझे बखूबी पहचान, तेरा ही तो अक्स हूँ यह कहती है मुझे मेरी डायरी।