कांच में आदमी
कांच में आदमी
मज़ा आ जाए की ''काँच'' में देखे आदमी -
और काँच में दिखता आदमी खुद को खींच के 'थापड़ियाये' कि ,
का कर रहे हो बे , बेचारे बबुआ को ईहाँ तक ले आए?
मज़ा आ जाए की ''काँच'' में देखे आदमी -
और काँच में दिखता आदमी खुद को खींच के 'थापड़ियाये' कि ,
का कर रहे हो बे , बेचारे बबुआ को ईहाँ तक ले आए?