जल प्रदूषण की गंभीर होती समस्या और मानव जीवन
जल प्रदूषण की गंभीर होती समस्या और मानव जीवन
जल प्रदूषण अपने गंभीर स्तर पर पहुंच है चुका,
अब तो हमे जागना होगा,पीने का पानी प्रदूषित हो पीने लायक नहीं है बचा,
अब तो हमे इसका उपाय सोचना होगा,
पीने का पानी नदियों,तालाबों व प्रथ्वी के अंदर भी बुरी तरह प्रदूषित हो चुका,
अब तो हमे इस पर गंभीर विचार करना होगा,
गलेशियारो के पिघलने से व वर्षा कम होने से पीने के पानी का गंभीर संकट उत्पन हो गया,
अब तो इस विषय पर विचार करना होगा,
जल प्रदूषण ने हमें अनेक गंभीर बीमारियां दी,
अब तो इस प्रदूषण को कम करने का उपाय करना होगा,
फैक्टरियों द्वारा प्रदूषित जल को सीधे प्रथ्वी के अंदर डिस्चार्ज करने से प्रथ्वी के अंदर का जल प्रदूषित हो गया,अब तो इस समस्या का समाधान करना होगा,
मानव द्वारा प्रदूषित जल, शहरों के गंदे नालों व फैक्ट्रियों के प्रदूषित जल को नदियों में छोड़ने से नदिया प्रदूषित हो है गई,अब तो इस समस्या से निजात पानी ही होगी,
मानव अब तो संभल,अन्यथा देर हो जायेगी,
पीने योग्य जल ही नहीं बचेगा तो जीवन कैसे संभव होगा,
जल संरक्षण करना होगा,वर्षा जल संरक्षण भी करना होगा,
जल को प्रदूषण से बचाना होगा,समुद्र को प्रदूषण से बचाना होगा,
नदियों को भी प्रदूषण से बचाना होगा, ग्लेशियरों का भी अस्तित्व बचाना होगा,
यदि प्रदूषण कम नहीं होगा तो मानव जीवन पर संकट खड़ा हो जाएगा,
जल के स्रोतों को पुनर्जीवित करना होगा,इन्हे प्रदूषण से बचाना होगा,
जल प्रदूषण अपने गंभीर स्तर पर पहुंच है चुका, अब तो हमे जागना होगा।
