जिंदगी
जिंदगी


ऐ जिंदगी मुझे हंसना सिखा दे ,रोना तो बहुत देख चुका हूं मैं !
बिना पंखों के उड़ना सिखा दे, अपने पर कटते हुए तो देख चुका हूं मैं!
थका नहीं हूं अभी फिर से चलूंगा ,क्योंकि तुझसे बहुत कुछ सीख चुका हूं मैं!
फिर से खड़ा होकर दिखाऊंगा, क्योंकि तेरे जैसा ही जिद्दी हूं मैं!
ऐ जिंदगी मुझे हंसना सिखा दे, रोना तो बहुत देख चुका हूं मैं!