जिंदगी की राहें
जिंदगी की राहें
जिंदगी की राह पर चलते-चलते ,
मिलते हैं हम कहीं मुसाफिरों से।
सब अपनी-अपनी राह पर चलते
जाते हैं,
कभी मंज़िल की चाह में
तो कभी ख़ुशियों की बांह में।
हर कोई अपनी किस्मत
चमकाना चाहता है,
अपनों की तक़दीर
निखारना चाहता है।
पर इन सब के बीच हम छोड़
देते हैं जिंदगी की वो सच्चाई,
वो मीठे मीठे पल जिनसे
जीवन होने का सही
मतलब समझ आता है।
किसी का प्यार बन के देखिए,
किसी कि खुशी बन के देखिए,
किसी के दिल का सुकून बन के देखिए,
किसी के आंखों में अपने लिए
सच्चा आँसू देखिए।
आपका जीवन सफल कहलाएगा,
आपकी जिंदगी पूर्ण कहलाएंगी।।
