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Deepak Kumar jha

Inspirational

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Deepak Kumar jha

Inspirational

जिंदगी एक पहेली है

जिंदगी एक पहेली है

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ये जिंदगी एक पहेली है , तू ढूंढ इसका हल सही ,

राह है मुश्किल सही , रुक ना तू दो पल कहीं ,

की जाना बहुत दूर है , मंज़िल अब भी पास नहीं ,

रास्ता ये कट जाएगा , एक दो मिल तू चल सही ,

ये जिंदगी एक पहेली है , तू ढूंढ इसका हल सही ।


कि आसमान से आग बरसेगी , गला भी फिर सूखेगा तेरा ,

दिखेगा राह में मृगजल तुझे , चितभ्रम भी होगा फिर तुझे ,

तू जान ले इसका रूप सही , जो दिखता है वो है नहीं ,

मन में तू ये ठान ले , की रुक ना तुझे है नहीं ,

ये जिंदगी एक पहेली है , तू ढूंढ इसका हल सही ।


कि होगी शाम धीरे धीरे , होगा फिर घनघोर अंधेरा ,

उस पल जो अगर तू रुक गया , होगा ना फिर सवेरा तेरा ,

सवेरे की आश में तू धीरे धीरे चल सही , की रुक ना तुझे है नहीं ,

ये जिंदगी की राह है सरल नहीं , कठिन सही ,

ये जिंदगी एक पहेली है , तू ढूंढ इसका हल सही ।



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