जिंदगी एक पहेली है
जिंदगी एक पहेली है
ये जिंदगी एक पहेली है , तू ढूंढ इसका हल सही ,
राह है मुश्किल सही , रुक ना तू दो पल कहीं ,
की जाना बहुत दूर है , मंज़िल अब भी पास नहीं ,
रास्ता ये कट जाएगा , एक दो मिल तू चल सही ,
ये जिंदगी एक पहेली है , तू ढूंढ इसका हल सही ।
कि आसमान से आग बरसेगी , गला भी फिर सूखेगा तेरा ,
दिखेगा राह में मृगजल तुझे , चितभ्रम भी होगा फिर तुझे ,
तू जान ले इसका रूप सही , जो दिखता है वो है नहीं ,
मन में तू ये ठान ले , की रुक ना तुझे है नहीं ,
ये जिंदगी एक पहेली है , तू ढूंढ इसका हल सही ।
कि होगी शाम धीरे धीरे , होगा फिर घनघोर अंधेरा ,
उस पल जो अगर तू रुक गया , होगा ना फिर सवेरा तेरा ,
सवेरे की आश में तू धीरे धीरे चल सही , की रुक ना तुझे है नहीं ,
ये जिंदगी की राह है सरल नहीं , कठिन सही ,
ये जिंदगी एक पहेली है , तू ढूंढ इसका हल सही ।
