जीवन
जीवन
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जीवन हैं चलने का नाम
करना कभी नहीं विश्राम
घडी सदा टिक - टिक करती,
रुकने का नहीं लेती नाम
घडीनुमा सब आगे बढना,
सुरज - सा नित ऊपर उठना
कण - कण में अपनत्व देखकर,
सबको दिल से करो प्रणाम
लहाराना सागर से सीखो,
आसमान - सा ह्रिदय विशाल
सहनशील बन धरती जैसे,
मिलजुल करते जाना काम
जो चलता वह आगे बढता,
मेहनत कर पाता पद नाम
माँ जैसी हो मीठी बोली,
मनन में सच्चे उच्च विचार
अपने जैसे सब को जानो,
सेवा का कर लो सुविचार
जीवन हैं चलने का नाम,
करना कभी नहीं विश्राम।