जीवन में क्या चाहिए ?
जीवन में क्या चाहिए ?
जीवन में क्या चाहिए ?
अलग है सबका मन,
किसीको ख़ुशी चाहिए,
किसीको चाहिए धन।
आपको कुछ बताने से पहले
आपसे कुछ जानना है,
क्या है जो आप पहचान कह लें ?
आपका क्या मानना है ?
माता-पिता से मिलें हैं नाम से लेकर तन,
कैसे कह लें इन्हे अपना?
माहौल से सीखता हैं अपना मन,
दिखता है हमें हर सपना।
जो दीखता है वो नहीं है पहचान,
जो सीखा है वो अपना नहीं,
तो आखिर किसे कहें पहचान ?
क्या हमारा कोई पहचान नहीं ?
बाहर से अपना कुछ न जाने,
भीतर से स्वयं को पहचानें।
भीतर से स्वयं को बाहर लाएँ,
अपना एक पहचान कहलाएँ।
जीवन में एक पहचान चाहिए,
ज़रूर मिलेंगे जो भी ज़रूरी,
जीवन में आगे बढ़ते रहिए,
ज़िंदगी को ज़रूर करें पूरी।
