जब तक चलेगी सांस
जब तक चलेगी सांस
जब तक चलेगी सांस कभी सुख तो कभी दर्द मिलेगा
कभी दोस्त बनेंगे दुश्मन
तो कभी दुश्मन बनेंगे दोस्त
ऐसा भी वक़्त आएगा जब अपने साथ छोड़ देंगे और पराये साथ देंगे
जब तक चलेगी सांस कभी सुख तो कभी दर्द मिलेगा
कभी कोई गम देगा तो कोई मलहम लगाएगा
कभी कोई अपना साथ छोड़कर जाएगा
तो कभी नये रिश्ते बनेंगे कभी होगी बुराई तो कभी होगी तारीफ़
जब तक चलेगी सांस कभी सुख तो कभी दर्द मिलेगा
ये ज़िंदगी का खेल है
बड़ा खेल खेलती है
पल में रंक तो पल में राजा बनाती है
कभी बहुत दुःख देती है तो कभी बहुत से खुशी
ये खेल है ज़िंदगी का
देखो आगे क्या क्या खेल दिखलाती है