एकांत *
Romance
बहुत प्यार है तुमसे
जान दे कर बताएं क्या अब
जान
वास्ता
तुम बिन
आए, बार बार, तेरी जिंदगी में-पल ये आ के ठहर जाये आए, बार बार, तेरी जिंदगी में-पल ये आ के ठहर जाये
करवा ले चौथ देखने को मैं तरसती आज चाँद सुन मेरी विनती। करवा ले चौथ देखने को मैं तरसती आज चाँद सुन मेरी विनती।
पढ़ते हुए इन अल्फाजों को मेरे गर याद आ जाये यार। पढ़ते हुए इन अल्फाजों को मेरे गर याद आ जाये यार।
तेरे ही प्यार में आज इतना सा खोया , तेरे ही प्यार से बना है नया ये जमाना। तेरे ही प्यार में आज इतना सा खोया , तेरे ही प्यार से बना है नया ये जमाना।
तेरा तिरछी नजरो से निहारना मुझे याद है, तेरा प्यार का परचम फहराना मुझे याद है। तेरा तिरछी नजरो से निहारना मुझे याद है, तेरा प्यार का परचम फहराना मुझे याद है...
ओढ़ के यह लाल चुनरी पूजा की थाली लिए। ओढ़ के यह लाल चुनरी पूजा की थाली लिए।
अब तलक रो रहा था तुमसे मिलने के खातिर। तेरी मोहब्बत को पाकर तुमको दिल दे दिया है।। अब तलक रो रहा था तुमसे मिलने के खातिर। तेरी मोहब्बत को पाकर तुमको दिल दे दिया...
अपने' दिल से तू' मिटा दे मे'री' तस्वीर मगर । अपने' दिल से तू' मिटा दे मे'री' तस्वीर मगर ।
आओ चलें खेलें सनम..। खुल के मस्ती में झूमकर। आओ चलें खेलें सनम..। खुल के मस्ती में झूमकर।
जुदा रहता हूँ तुझसे तो दिल बेताब रहता है एकांत में दिल तुम्हीं को याद करता रहता है. जुदा रहता हूँ तुझसे तो दिल बेताब रहता है एकांत में दिल तुम्हीं को याद करता रह...
जब तुम इस तरह मुस्कुराती हो हाय, कसम से जान ले जाती हो। जब तुम इस तरह मुस्कुराती हो हाय, कसम से जान ले जाती हो।
तुम दिल से कुछ कहो तो , कोई बात बन सके ! अपना मुझे बना लो सनम , कोई बात तब बने !! तुम दिल से कुछ कहो तो , कोई बात बन सके ! अपना मुझे बना लो सनम , कोई बात...
मुहर्रिक बन कर तुमने धड़कन को जुम्बिश दी ‘वेद’ से ही रोशन हुआ आशियाँ और यह दहर। मुहर्रिक बन कर तुमने धड़कन को जुम्बिश दी ‘वेद’ से ही रोशन हुआ आशियाँ और यह दहर...
यादों को तेरी दिल में बसाया ,बाली उमर का चसका चढ़ाया। यादों को तेरी दिल में बसाया ,बाली उमर का चसका चढ़ाया।
किसी दास्तान में उलझ पड़े हैं, जिसे देखा नहीं कभी उस शख्स से मिलने को तरस रहे हैं. किसी दास्तान में उलझ पड़े हैं, जिसे देखा नहीं कभी उस शख्स से मिलने को तरस रह...
नयनों में भर अश्रु विंदु को विरह पीर में जलती हूं. नयनों में भर अश्रु विंदु को विरह पीर में जलती हूं.
करुणा ममता मधु रसपान है बेटी। विपत्ति काल में धैर्यवान है बेटी। करुणा ममता मधु रसपान है बेटी। विपत्ति काल में धैर्यवान है बेटी।
किसी की यादों में भरी किताब सी तू पास है दिल के आज भी। किसी की यादों में भरी किताब सी तू पास है दिल के आज भी।
खुद को भुलाकर ही यों डूब जाना, अपनी ही तुम पहचान छुपा लेना, खुद को भुलाकर ही यों डूब जाना, अपनी ही तुम पहचान छुपा लेना,
देखा मैंने कई बार जब हद से गुजर जाता है इश्क, कांटों की तरह दिल में चुभता- सा जाता है देखा मैंने कई बार जब हद से गुजर जाता है इश्क, कांटों की तरह दिल में चुभता- स...