एकांत *
Romance
बहुत प्यार है तुमसे
जान दे कर बताएं क्या अब
जान
वास्ता
तुम बिन
उस फुल के लिए भंवरा उम्र का पड़ाव बन गया उस फुल के लिए भंवरा उम्र का पड़ाव बन गया
कब तक रहेंगे तुम बिन ज़िन्दा, अब तो मौत को गले लगाऐंगे। कब तक रहेंगे तुम बिन ज़िन्दा, अब तो मौत को गले लगाऐंगे।
एक-दूसरे की चाहत जब बढ़ने लगती है उनकी मेरे बालों में उलझने की ख्वाहिश बढ़ने लगती है, होंठों को चू... एक-दूसरे की चाहत जब बढ़ने लगती है उनकी मेरे बालों में उलझने की ख्वाहिश बढ़ने लग...
पर क्या ये मोहब्ब्त आज सीने में दफ़न होती है। पर क्या ये मोहब्ब्त आज सीने में दफ़न होती है।
छायी हो वहाँ आप कहते भी तो क्या कहते उल्फ़ते दौर का भी वो क्या कारवाँ होगा। छायी हो वहाँ आप कहते भी तो क्या कहते उल्फ़ते दौर का भी वो क्या कारवाँ होगा।
प्यास है ये प्यार की, अन्तर्हृदय की है तपन। प्यास है ये प्यार की, अन्तर्हृदय की है तपन।
न जाने कब ये दिल बेपरवाह बेफिक्र होता है न जाने कब ये दिल बेपरवाह बेफिक्र होता है
महज़ पन्नों में सिमट जाता है पन्नों में सिमट जाता है। महज़ पन्नों में सिमट जाता है पन्नों में सिमट जाता है।
खामोश पड़ी हवा से मैंने, एक दिन यह प्रश्न किया। खामोश पड़ी हवा से मैंने, एक दिन यह प्रश्न किया।
मैं मय में था मयखाने पहुंचा दिल से टूटा इसी बहाने पहुंचा। मैं मय में था मयखाने पहुंचा दिल से टूटा इसी बहाने पहुंचा।
वह लौट गया, अंधेरे में खो गया मुझे दर्द देकर कहीं सो गया वह लौट गया, अंधेरे में खो गया मुझे दर्द देकर कहीं सो गया
माफ़ी है ऐ खुदा ग़र चाहा महबूब को तुझसे बढ़कर, तेरा ही नजराना है जो तुझसे मैंने पाया है। सोच में ड... माफ़ी है ऐ खुदा ग़र चाहा महबूब को तुझसे बढ़कर, तेरा ही नजराना है जो तुझसे मैंने...
फिर कहीं ओझल हो गया कल उस बात को एक साल हो गया। फिर कहीं ओझल हो गया कल उस बात को एक साल हो गया।
कश्मकश में हूँ मैं आजकल कश्मकश में हूँ मैं आजकल
मानो बंदे को मिलने के अलावा खुदा का कुछ और काम ना होगा। मानो बंदे को मिलने के अलावा खुदा का कुछ और काम ना होगा।
तरीक़े कई है कहने के पर कहने के लिए थोड़े ही कहना है, हमें तो तेरी बाहों में रहना है जुल्फ़ों क... तरीक़े कई है कहने के पर कहने के लिए थोड़े ही कहना है, हमें तो तेरी बाहों में...
नासमझ थी, सोचती रही सिखा रही हूँ तुम्हें, पर शुक्रिया…. मुझे इश्क़ सिखाने के लिए। नासमझ थी, सोचती रही सिखा रही हूँ तुम्हें, पर शुक्रिया…. मुझे इश्क़ सिखाने क...
हर एक आँसू, हर एक जख्म, कैसे छिपा कर कोई जी पाता है। हर एक आँसू, हर एक जख्म, कैसे छिपा कर कोई जी पाता है।
रोते रोते भी हम हँस पड़ते हैं जब तेरी बातें याद आती है। रोते रोते भी हम हँस पड़ते हैं जब तेरी बातें याद आती है।
वो नीली वाली शर्ट, वो कैप, वो घड़ी, और वो पेन जब जब देखती हूँ तुम करीब और करीब महसूस वो नीली वाली शर्ट, वो कैप, वो घड़ी, और वो पेन जब जब देखती हूँ तुम करीब और ...