इश्क
इश्क
यूँ बेकरारी भी अच्छी होती है...
खुद में ही सुकून उसका मिलता है...
यूं ही मुझको तुझ में पाना
और यादों में खो जाना....
फिर से वो लम्हे जीना
अच्छा लगता है खुद को भूलना
यूँ बेकरारी भी अच्छी होती है...
खुद में ही सुकून उसका मिलता है...
यूं ही मुझको तुझ में पाना
और यादों में खो जाना....
फिर से वो लम्हे जीना
अच्छा लगता है खुद को भूलना