भूल जाता हूँ अक्सर... ज़िन्दगी की भागदौड़ में, मेरा एक घर भी है! भूल जाता हूँ अक्सर... ज़िन्दगी की भागदौड़ में, मेरा एक घर भी है!
जब बाँध रखी थी आँखों पे पट्टी जितने रंग दिखाए सब भूल गए जब बाँध रखी थी आँखों पे पट्टी जितने रंग दिखाए सब भूल गए
जब से वो समुंदर पार गया तब से दिल ने भी तड़पना छोड़ दिया। जब से वो समुंदर पार गया तब से दिल ने भी तड़पना छोड़ दिया।
हर रोज़ कैसे भुलाता हूँ, तुमको, हर रोज़ फिर याद, आता हूँ कैसे, हर रोज़ कैसे भुलाता हूँ, तुमको, हर रोज़ फिर याद, आता हूँ कैसे,
क्यों माँ बेटी से ज्यादा तुम्हें प्रेमिका भाने लगी। दिखाई नहीं देती ग़म में तुम्हें माँ बेटी कभी क्यों माँ बेटी से ज्यादा तुम्हें प्रेमिका भाने लगी। दिखाई नहीं देती ग़म में तुम्...
किसी का दिल मत, तोड़ो किसी का दिल मत, तोड़ो