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Dr.Omm Prasad Pradhan

Abstract Action Inspirational

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Dr.Omm Prasad Pradhan

Abstract Action Inspirational

इंसानियत

इंसानियत

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 प्यार किसी जिस्म से नहीं
 एक इंसान से ही सही
 ईमान से ही सही इश्वर से ही सही ।
 अगर उसमे दिल ही नहीं ,
 तो ये लाशों की ढेर क्यों ?
 सच न मिले , झूट समेटना क्यों
 प्यार न मिले तो नफरत क्यों ।
 एक दिल मैं इम्सनियत ही सही
 बाकी लाशों की ढेर क्यों?
 प्यार है तो जिंदा दिल से
 लाशों की गंध सहना क्यों ?


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