इलाज और दवा
इलाज और दवा
कितनी कोशिश करते हैं,
कि हलचल न उठें कोई मन में,
पर क्या करें ?
मन का उठना और गिरना,
कब होता है ?
हमारे हाथ में।
चाहकर भी हम कुछ नहीं कर सकते,
कारण मन तो नहीं हमारे बस में।
इसलिए हलचल उठेंगी ही मन में,
बस उस वक्त इतना करो,
थोड़ा पल गुजर जाने दो,
कारण समय ही हर इलाज की,
दवा होती है इस जीवन में।