इच्छा शक्ति
इच्छा शक्ति
जज़्बा खुद में पैदा ऐसा
आसां हर काम नजर आता।
बीती बातों से सीख मिली,
बिगड़ा काम सुधर जाता।।
आत्म नियंत्रण को साबित कर
इच्छा शक्ति प्रबल रखें।
भरोसे का ज्यादा काम नहीं,
नैनों से खुद ही परखें।।
मनोबल अगर ऊंचा है
कठिन राह सुगम होगी।
अगर आपका मन टूटा,
आसान राह दुर्गम होगी।।
चींटी जब ऊंचे में चढ़ती,
बार बार गिर जाती है।
कर प्रयास आखिर में आखिर,
मंजिल तक चढ़ जाती है।।
हौसला अगर बुलन्द रहे,
दुश्मन की कुछ औकात नहीं।
कर्म आप खुद ही करते,
बंटती कोई खैरात नहीं।।
मन को यदि मजबूत रखें,
मार्ग प्रशस्त सदा होता।
ज्यों धारा के जल प्रवाह से,
दरिया एक बना होता।।
करें निरंतर हम प्रयास तो,
मंजिल को पा जायेंगे।
अगर निराशा हाथ लगी,
पुनः हाथ आजमायेंगे।।
प्रबल मनोंबल बांहों का बल,
मंजिल कदम चूम लेगी।
ईर्ष्या कटुता और निराशा,
इर्द गिर्द सब घूमेंगी।।