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Sanuklal Yadav

Classics

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Sanuklal Yadav

Classics

होली के रंग

होली के रंग

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रंगों का मौसम होली,

खेल रहे टोली-टोली।

मिल-जुल कर हमजोली,

हाथ लिए रंग अबीर रोली।।


गोरी गाल लालअबीर,

उड़ाये रंग गाये कबीर।

पायल की छेड़े झंकार,

उड़े रंगों की बौछार।।


झूमे आज धरती गगन,

शीतल मंद सुगंध पवन।

सात सुरों का ले संगत,

फागुआ राग दिग् दिगंत।।


कोयलिया काली काली, 

बोले आम की डाली डाली।

भंवरे कर रहे गुंजार, 

बहे आज बसंत बयार।।


आम बौरे फुले पलाश,

महुआ मादक पपीहालाप।

बसंत है ऋतुओं में खास,

मदमस्त महीना मनोल्लास।


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