हमारा लोक तन्त्र
हमारा लोक तन्त्र
शिक्षित व जागरूक होवे,
भारत का हर व्यक्ति।
परस्पर हो धार्मिक समभाव,
शिक्षा के अतिरिक्त।।
संविधान में निहित हैं
जो निश्चित प्रावधान।
अपने धर्मानुसार करें,
अपने धार्मिक अनुष्ठान।।
किसी भी धर्म विशेष को,
राज्य न दे प्रोत्साहन।
धर्म विशेष के आधार पर,
किसी का न हो उत्पीड़न।।