हम नहीं तो तुम ही सही
हम नहीं तो तुम ही सही
हम नहीं तो तुम ही सही,
गीत गुनगुनाते रहना।
मातृभूमि की सेवा करना है हमको,
साक्षरता के दीप जलाते रहना।
हम नहीं तो तुम ही सही,
ज्ञान का प्रकाश फैलाते रहना।
भ्रष्टाचार मिटाना है हमको,
सदा इसी प्रयास को आगे बढ़ाते रहना।
हम नहीं तो तुम ही सही,
अंधकार मिटाते रहना।
सोये भारत को जगाना है हमको,
एक जुट होकर गरीबी मिटाते रहना।
हम नहीं तो तुम ही सही,
मानवता को बढ़ाए रहना।
इस माटी ने जन्मा है हमको,
इस भूमि का कर्ज चुकाते रहशा।
हम नहीं तो तुम ही सही,
दिल में प्रेम जगाते रहना।
मिल जुल कर रहना है हमको,
इसी उम्मीद को जगाते रहना।
हम नहीं तो तुम ही सही,
गीत गुनगुनाते रहना।