STORYMIRROR

Pawanesh Thakurathi

Inspirational

3  

Pawanesh Thakurathi

Inspirational

हिंदी का प्रसार करें

हिंदी का प्रसार करें

1 min
60

हिंदी मातृभाषा है, 

इसका ना तिरस्कार करें। 


सब मिलजुलकर 

इस भाषा का

आओ हम प्रसार करें। 


लेखनी में हिंदी हो

हो वाणी में हिंदी। 

हिंदी हो जन जन के

माथे की अब बिंदी। 


हिंदी राजभाषा है

इसका ना बहिष्कार करें। 

सब मिलजुलकर 

इस भाषा का

आओ हम प्रसार करें। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational