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Pawanesh Thakurathi

Inspirational

3  

Pawanesh Thakurathi

Inspirational

हिंदी का प्रसार करें

हिंदी का प्रसार करें

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हिंदी मातृभाषा है, 

इसका ना तिरस्कार करें। 


सब मिलजुलकर 

इस भाषा का

आओ हम प्रसार करें। 


लेखनी में हिंदी हो

हो वाणी में हिंदी। 

हिंदी हो जन जन के

माथे की अब बिंदी। 


हिंदी राजभाषा है

इसका ना बहिष्कार करें। 

सब मिलजुलकर 

इस भाषा का

आओ हम प्रसार करें। 


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