हौसला
हौसला
जिंदगी में कई मुकाम ऐसे आते हैं,
जब हौसले परास्त हो जाते हैं ।
चलते हैं सीधी राह पर,
लेकिन गलत मोड़ पर मुड़ जाते हैं ।
सही दिशा की ओर बढ़ते हैं,
फिर भी दिशाहीन हो जाते हैं ।
झंझा के झोंके सहनेवाले घोंसले भी,
हवा के हलके झटके से बिखर जाते हैं ।
अपना कहकर प्यार जतानेवाले भी,
आधी राह में हाथ छोड़ दूर चले जाते हैं ।
फिर भी कहीं पर होती हैं उम्मीद की किरणें,
वहीं इस चक्रवात से निकलने की प्रेरणा दे जाते हैं।
फिर टूटी उम्मीद के दिए जलते हैं,
जीवन का आगे का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
सागर की शांत गहरी लहरें भी,
गिरकर उठने को प्रेरित करती है ।
जिंदगी खत्म नहीं होती किसी के चाहने से,
यही सोच जिंदगी फिर से जीने की हिम्मत दिलाती है।
राख से निकलकर भी जिंदगी सँवर सकती है,
यही बात हारनेवाले को जीतना सिखाती है ।
