हार नहीं मानती जिंदगी
हार नहीं मानती जिंदगी
अस्त-व्यस्त और परस्त है जिंदगी
वक़्त की मार सह रही जिंदगी,
लाशें पड़ी तितर बितर समशान में
पर हार नहीं मानती जिंदगी l
लोग कुछ भी बोलें, रोकर सहन कर लेते हैं,
अपनों के प्राण बचाने निकल पड़ी जिंदगी,
भटक रही कभी अस्पताल, कभी रोड़ पर
सहायता की पुकार कर रही जिंदगी l
कभी बैड नहीं मिला, कभी दवाई नहीं मिली
ऑक्सीजन की कतार में खड़ी है जिंदगी,
संजीवनी बन गयी है प्राण वायु ऑक्सीजन
जीने की आस जगा रही है जिंदगी l