द्रौपदी
द्रौपदी
पांचाल में अग्नि से जो जन्मी थी,
राजा द्रुपद की वह पुत्री थी।
यज्ञसेनी नाम से जो प्रसिद्ध थी,
पिछले जन्म में माँ काली की अवतार थी।
दिखने में अत्यंत सुंदर तांबे-सी त्वचा
और उग्र आँखों वाली थी,
जिसे मानती है दुनिया सर्वश्रेष्ठ
उसी कृष्ण की वह सखी थी।
पिछले जन्म में जो विधवा थी,
महादेव के वरदान से अब पाँच पांडवों की वह पत्नी थी।
हुआ जब उसका अपमान तो धैर्य से वह लड़ी थी,
चुप थे जब भीष्म और पूरी सभा
पूरे साहस से वह अकेली खड़ी थी।
निर्वस्त्र करने की जब दुर्योधन और दुशासन ने कोशिश की थी,
बचाया उसे उसके सखा ने।
क्योंकि
इसने भी कभी अपनी दोस्ती निभाई थी।
महाभारत में युद्ध की एक वजह थी,
जिसने दुशासन के लहू से अपने बाल धोई थी।
अगर पूछ लें कोई नारी के बारे में,
तो बता देना उन्हें-
धैर्य, सुंदरता, बुद्धि और स्वाभिमान की प्रतिबिंब थी।
वह और कोई नहीं,
महाभारत की द्रौपदी थी।
