घमंड भाव का त्याग
घमंड भाव का त्याग
राग : दिल लूटने वाले जादूगर
अनमोल रतन मिला, मानव जन्म,
संवार लो जीवन मानव मूल्यों से,
अष्टांगयोग दिया पतंजलि ने
यम-नियम तुम रख लो जीवन में
दान धरम तुम कर दो जीवन में,
संवार लो जीवन मानव मूल्यों से,
अभिमान की डोर को छोड़ो जीवन से,
कुदरत देती पाठ जीवन के
ऊंचे ऊंचे गिरिवर छोड़ के ,
जा के मिले सागर से नदियां
समता को अब नमन करते
संवार लो जीवन मानव मूल्यों से,
भारी खम ये घमंड छोड़े,
हलकी सांसे भर ले जीवन में
घमंड छूटा तो जीवन विकास है,
संवार लो जीवन मानव मूल्यों से।
