एकता में बल है
एकता में बल है
समभाव का सद्भाव का मतलब बड़ा सरल है
कमजोर चीजें सारी बस एकता में बल है।
मोल एकता का जग में पता है सबको
एकता ही जोड़ के रखती सदा है सबको
जिंदा दरिया दिली की किताब एकता है
न जवाब कोई इसका लाजवाब एकता है।
हर प्रयास एकता से हुआ सफल है
कमजोर चीजें सारी बस एकता में बल है।
हर चीज हो फिर अपनी बातों में भी असर हो
दुनिया हो पूरी अपनी जो एकता अगर हो
सबसे सहज जहां में है राह एकता की
सबसे सुखद जहां में पनाह एकता की।
एकता में सुखमय आज और कल है
कमजोर चीजें सारी बस एकता में बल है।
बस एक बार मिलता मानव का ये जनम
मिलके जो आज खा लें हम सभी कसम एक
हम सदा ही एकता के पक्षधर रहेंगे
एकता के पथ पे सदा अग्रसर रहेंगे।
भाव एकता का सदा दृढ़ और अटल है
कमजोर चीजें सारी बस एकता में बल है।
