एकता में अनेकता
एकता में अनेकता
कहते हैं हर चीज में होती है अच्छाई,
अपनों का महत्व सिखाया जब से है महामारी आई।
आज बच्चों ने भी जानी बड़ों की कद्र,
कईयों ने जानी अपनो की अहमियत।
पहले सब लोग कहते थे,
बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा है रुपैया।
आज के इस माहोल में एक अनजाना भी अपना है,
पहले अपनों ने अपनों की कदर नहीं करी।
आज हमने रिश्तो का महत्व जाना है,
आज हम सब ने जाना है कि एकता में ही अनेकता है।