एक सलाम सैनिकों के नाम
एक सलाम सैनिकों के नाम
देश भक्ति की उठें हिलोरें,
मन पावन हो जाएगा,
धन्य भारती के वीरों से
घर-आंगन हो जाएगा।
मातृ भारती के चरणों में,
यूँ वंदन हो जाएगा,
रक्त गिरेगा जो सीमा पर,
वो चंदन हो जाएगा।
रणवेदी पर श्रंग झुंड का,
सहज दमन हो जाएगा,
अगर न चेता शत्रु अभी तो
रक्त हवन हो जाएगा।
सदा गर्व से ऊंचा 'मंजुल'
माँ का सर हो जाएगा,
जय-जयकार भारती माँ का,
ता अंबर हो जाएगा।
देश-भक्ति का हम भी प्रण लें,
पावन मन हो जाएगा,
संरक्षित हो वक़्त हमारा,
नंदन वन हो जाएगा।
अमर शहीदों का यूँ मानो,
अभिनंदन हो जाएगा,
रक्त गिरेगा जो सीमा पर
वो चंदन हो जाएगा