एक छोटी सी कविता
एक छोटी सी कविता
वो एक छोटी सी कविता ही थी
जो बीकानेर के राजा पृथ्वी सिंह ने
महाराणा प्रताप को भेजी थी
उस कविता ने महाराणा प्रताप का
वो सोया स्वाभिमान जगा दिया
और मेवाड़ के सूर्य महाराणा को
अकबर की आधीनता से बचा लिया ।
वो भी एक छोटी सी कविता ही थी
जो चंदरबरदाई ने पृथ्वीराज को सुनाई थी
उस कविता के माध्यम से "गोरी" की स्थिति बताई थी
वह छोटी सी कविता अपना काम कर गई
एक शब्दभेदी तीर से "गोरी" का काम तमाम कर गई ।
वो भी एक छोटी सी कविता ही थी
जो महान कवि केसरी सिंह बारहठ ने
उदयपुर के महाराणा फतेहसिंह को सुनाई थी
मेवाड़ के वीर इतिहास की गाथा उन्हें बताई थी
उस छोटी सी कविता की ही देन थी जिसके कारण
सन् 1903 में "वायसराय लॉर्ड कर्जन" द्वारा आयोजित
दिल्ली दरबार में फतेह सिंह को जाने से रोक दिया
इस कविता ने स्वतंत्रता संग्राम में अभूतपूर्व योगदान दिया ।
एक और छोटी सी कविता की बात सुनाता हूँ
जयपुर के राजा मिर्जा जयसिंह के बारे में बताता हूँ
औरंगजेब के दरबार में वे हुक्म बजाया करते थे
औरंगजेब के आदेश पर हिन्दू राजाओं से युद्ध करते थे
"शिवाजी महाराज" से भी उन्होंने युद्ध किया था
अपने पराक्रम, बुद्धि से "शिवाजी" को जीत लिया था
मगर औरंगजेब ने शिवाजी को जेल में डाल दिया
तब जयसिंह के कवि "बिहारी" को बहुत अफसोस हुआ
तब उन्होंने एक दोहा लिखकर जयसिंह को दे दिया
उस दोहे के प्रताप से मिर्जा राजा जयसिंह ने
हिन्दू राजाओं के खिलाफ युद्ध करना छोड़ दिया ।
एक छोटी सी कविता में बहुत ताकत होती है
वह किसी के लबों पर मुस्कान सजा सकती है
किसी के दिल में प्यार के बीज बो सकती है
किसी विरहनी को मिलन का संदेश दे सकती है
किसी के दिल में देशभक्ति का जज्बा भर सकती है
तो किसी को कर्तव्य पथ की ओर अग्रसर कर सकती है ।
कलम की ताकत तलवार से कई गुना होती है
शब्दों में किसी सागर से भी अधिक गहराई होती है
ऊंचा उड़ने के लिये परों की नहीं हौसलों की जरूरत होती है
और ये हौसला बस एक छोटी सी कविता ही दे सकती है।