दरबदर ये ज़िन्दगी, सिमटे इसे कैसे?
दरबदर ये ज़िन्दगी, सिमटे इसे कैसे?
दरबदर ये ज़िन्दगी,
सिमटे इसे कैसे?
रूठे यार दोस्तों को,
मनाए हम कैसे?
दूर देखे ख़्वाबों को,
उड़ने दे कैसे?
छुपी ख़ामोशी की वजह को,
समझे हम कैसे?
दरबदर ये ज़िन्दगी,
सिमटे इसे कैसे?
दरबदर ये ज़िन्दगी,
सिमटे इसे कैसे?
सिमटी हुई सीमाओं को,
बढ़ाए हम कैसे?
सुलगती हुई आग को,
बुझाए हम कैसे?
धीमी सी इस धड़कन को,
समझे हम कैसे?
दरबदर ये ज़िन्दगी,
सिमटे इसे कैसे?
दरबदर ये ज़िन्दगी,
सिमटे इसे कैसे?
टूटते हुए विश्वास को,
जोड़े हम कैसे?
पास बैठे अपनों को,
समझे हम कैसे?
लगी बुरी लतों को,
छोड़े हम कैसे?
दरबदर ये ज़िन्दगी,
सिमटे इसे कैसे?
