सिमटी हुई सीमाओं को, बढ़ाए हम कैसे? सिमटी हुई सीमाओं को, बढ़ाए हम कैसे?
मिला इश्क़ तो जिंदगी निहाल हुई, न मिला तो दिल लहू से लाल रंगा.. मिला इश्क़ तो जिंदगी निहाल हुई, न मिला तो दिल लहू से लाल रंगा..
हीर रांझे की कहानी, लैला मजनूँ के अफसाने। हीर रांझे की कहानी, लैला मजनूँ के अफसाने।