खूब उड़ाओ धुआँ इन चिमनियों से आज मौत आती करीब पल पल है खूब उड़ाओ धुआँ इन चिमनियों से आज मौत आती करीब पल पल है
उसे लेनी चाहिए परमीशन, भाई को राखी बाँधने की, माँ-बाप की मृत्यु पर शोक में जाने की, रोज़ सबसे बाद मे... उसे लेनी चाहिए परमीशन, भाई को राखी बाँधने की, माँ-बाप की मृत्यु पर शोक में जाने ...
सिमटी हुई सीमाओं को, बढ़ाए हम कैसे? सिमटी हुई सीमाओं को, बढ़ाए हम कैसे?
प्रेम में पकना... धीमी आँच पर। प्रेम में पकना... धीमी आँच पर।
कई रोते को हंसाना है बाकी कई दर्द मिटाना है बाकी कई रोते को हंसाना है बाकी कई दर्द मिटाना है बाकी