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Dr pratap Mohan Bhartiya Bhartiya

Abstract

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Dr pratap Mohan Bhartiya Bhartiya

Abstract

* दिल दरिया है *

* दिल दरिया है *

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दरिया दिल में ही

प्यार पनपता है

कठोर दिल से

हर कोई डरता है

    *

हमेशा अपना

दिल रखें दरिया

प्रियतम को आपको

पास आने का

यही है जरिया

    *

दिल दरिया बनाये

पर किसी पर 

समझकर लुटाएं

   *

ज्यादा दरिया दिली

भी अच्छी

बात नहीं है

क्योंकि इस दुनियां में

फरेबियों की

कमी नहीं है

   *

जिसको दिल दे

उस पर जान भी लुटाएं

और अपनी प्रेम

कहानी को अमर बनायें

   *

दिल वास्तव में

होता है दरियादिल

यह हमारे सीने में

रहता है

पर किसी गैर के

लिए धड़कता है

    *

दरिया दिल की चोरी

अक्सर हो जाती है

यह एक ऐसा

अपराध है 

जिसकी थाने में

रपट भी नहीं

लिखी जाती है।



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