दीवाली ईद मुबारक।
दीवाली ईद मुबारक।
बीते हुए वे भी क्या दिन हुआ करते थे,
सब मिल दीवाली गुरुपर्व ईद मनाते थे।
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई सभी सदा,
एक-दूजे के सुख-दुख साथ रहते सदा।
दीपक में अभी कभी भी नूर नहीं होता,
आस-पड़ोस में रहकर दिल से दूर हुए।
ख़ुशियों से भरें रहें हम सभी के आंगन,
विधवा न कोई वधू सलामत रहे कंगन।
खुदा इतनी रहमत हम सभी पर करना,
मेरे देशवासियों को सदा एक है करना।
काश फ़िर से बीता वक़्त आ जाए यार,
हर दिल कहें दीवाली ईद मुबारक यार।