STORYMIRROR

Mahavir Uttranchali

Inspirational

4  

Mahavir Uttranchali

Inspirational

दीप आवाहन दोहा एकादश

दीप आवाहन दोहा एकादश

1 min
541

आशाओं के दीप से, मिटे निराशा भाव
मोदी का मक़सद यही, भरे मानसिक घाव

आकांक्षों के दीप से, जन-जन की यह आस
सभी में नया जोश यदि, उपजेगा विश्वास

मोदी आवाहन करे, दीप जलाओ आज
डर कर भागे हृदयगत, कोरोना यमराज

मोदी का है लक्ष्य यह, हो भय मुक्त समाज
दीपों की यह रौशनी, जनता की आवाज़

अन्धकार का नाश हो, यह प्रकाश की जीत
कोरोना के मध्य यूँ, गा खुशियों के गीत

कोरोना पर हो विजय, दीपों का हो पर्व
मोदी का सन्देश यह, करो राष्ट्र पे गर्व

कोरोना से मुक्त हो, अपना भारतवर्ष
दीपों की जगमग कहे, जीवन में हो हर्ष

हीरा'बा तू धन्य है, जन्मा 'मोदी' लाल
ऊंचा भारतवर्ष का, जिसके कारण भाल

देख विश्व भी हो चकित, हरसूँ जलते दीप
जैसे मोती की चमक, फैलाती है सीप

मोदी जी का भाव यह, दीपों का उपहार
आशाओं की ज्योति से, कोरोना की हार

लक्ष्य कठिन पर दुख नहीं, चले चलो दिनरात
कोरोना व्यापक सही, देंगे उसको मात


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational