धानी चुनर - पर्यावरण दिवस
धानी चुनर - पर्यावरण दिवस
जो हो गया सो हो गया,
चलो एक दूजे को माफ़ करते हैं ।
सांसों को जीवन देने फिर से,
एक नई पहल करते हैं।।
एक पेड़ तुम लगाना ,
इक पौधा मैं लगाऊंगी ।
चलो मिलकर हम इनका,
पालन पोषण करते हैं ।।
कुछ अपने प्रेम से,
तुम इन्हें सींचना ।
कुछ अपनेपन से ,
मैं भी इन्हें दुलारूंगी ।।
धरती की सूनी मांग को ,
आओ फिर से सजाते हैं।
आज चलो मिल हम सब
धानी चुनर ओढ़ाते हैं।।