चुनौतियां
चुनौतियां
उत्कर्ष की सीढ़ियां है ये न घबराइए
सुप्त शक्तियों को झकझोर आज जगाइए
कौन है जिसके समक्ष आती नहीं चुनौतियां
बस धैर्य और साहस के साथ आगे बढ़ते जाइए
कुंद पड़ती प्रतिभाओं को जो नई धार दे
व्यक्तित्व को जो तुम्हारे निखार दे
वरदानओं के पुष्प से भर दे जो झोलियां
चलो ढूंढ लाओ ऐसी तुम चुनौतियां
चुनौतियां जब भी द्वार आती है
नीरस जीवन को खिला जाती हैं
व्यक्तित्व उसका निखार आता है
चुनौतियों का सामना जो कर पाता है
हर चुनौती में छिपा एक संदेश है
एक पहेली है जो हल करनी हमें
एक नया विश्वास फिर जाग जाएगा
विकास स्वयं द्वार हमारा खटखटाएगा
हर चुनौती देती है आश्वासन हमें
गढ़ेगी या तोड़ेगी निर्भर हम पर है
हर चुनौती का यही आह्वान है
चुनौतियां जीवन में एक वरदान है