चमकता होगा सबका कल
चमकता होगा सबका कल
ऊंचाइयां आसमां को छूओ,
प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ,
विघ्न बाधा सब हटा कर,
आगे ही आगे बढ़ते जाओ,
कुछ कर दिखाने के विश्वास में,
सचमुच बढ़ते जाओ,
यह सब करना अपने बल,
ऐसा होगा सबका कल।
नाम होगा सम्मान होगा,
होगी जमीन और आसमां,
सचमुच कुछ कर दिखाना,
और सब को सिखलाना ,
हारो ना हिम्मत अपनी,
इसी आशा के बल ,
अवश्य ही चमकता होगा सबका कल।
