पानी
पानी
पानी की कमी है इस कदर
सूख गई है नदियां।
उपजाऊ भूमि पड़ गई है बंजर।
ताल ना रहे गीले।
तालाबों से रूठ गया है पानी।
कहते हैं कुछ समझदार यह अपनी नादानी।
पर्यावरण बिगाड़ा बिगाड़ा हमने अभी भी वक्त है।
अभी भी वक्त है जागो वरना
इस धरती से गायब हो जाएगा पानी।
